निर्माण कार्यों में लागत से अधिक धन खर्च...!


सरपंच सचिव से हो साढे पॉच लाख की वसूली...?


--मामला ग्राम पंचायत अहमदपुर खैगांव का...?


पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों में विकास के मद्देनजर 14वे वित्त पंच परमेश्वर में लाखों का बजट ग्रामीण पंचायतो में दिया गया है। लेकिन ग्राम पंचायतों में मानक स्तर से हटकर अधिक राशि  खर्च की गई है। निर्माण कार्य भी गुणवत्ताहीन है लेकिन ऐसी निर्माण एजेंसीयों पर विभागगीय अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। लागत से अधिक राशि की वसूली भी नहीं हुई जिस कारण ग्राम पंचायतों में अपनी मर्जी से डीपीआर, एएस बनाकर निर्माण कार्य शुरू किए गए और निर्धारित राशि को ठेंगा दिखाते हुए कई कार्यों में अधिक धनराशि खर्च कर दी है। खंडवा जिले की जनपद पंचायत छैगांवमाखन विकासखंड की ग्राम पंचायतों का ही आंकलन किया जाए तो यह राशि 2 करोड से अधिक निकल सकती है। जिसकी रिकवरी जनपद पंचायत स्तर से की जा सकती है क्योंकि पंच परमेश्वर योजना एवं मनरेगा योजना के सभी अभिलेख ऑनलाईन पोर्टल पर दर्ज है। जिसे आम आदमी देखकर ग्राम पंचायतों की गुणवत्ताहीन निर्माण कार्यो की शिकायत की जाती है तो जनपद में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा स्वतः ही कार्यवाही क्यों नहीं की जाती। सूत्रों की माने तो ग्रामीण विकास विभाग में कई ऐसी शिकायते धूल खा रही है जिनमें कई भ्रष्टाचार के तहत निर्माण कार्यो में सेंधमारी की गई है। उनकी जांच भी नहीं की गई तो ऐसे में उन आला अधिकारियों से स्वतः ही संज्ञान में लेकर जांच करने की बात बेमानी होगी। 


                                                  विधुत साज-सज्जा पर 11 लाख से अधिक खर्च...!
सूत्रों की माने तो ग्राम अहमदपुर खैगांव में विधुत साज सज्जा पर जितनी धनराशि खर्च की गई है उस मान से चांदनी रात जैसी चमक गांव में देखने को नहीं मिल रही है। जबकि ग्राम पंचायत द्वारा गांव को जग-मग करने के लिए वेपर लेंप की खरीदी भी की है। अमूमन 11 लाख से अधिक की धनराशि बिजली पर खर्च की है। अजय इलेक्ट्रीकल एण्ड मशनरी दुकान खंडवा से 5 बिलो में 11 लाख से अधिक की विधुत साज-सज्जा सामग्री क्रय की गई है। आज भी गांव के कई हिस्से अंधेरे में गमगीन है ऐसा क्यों जिसकी जांच होना जरूरी है। 


मामला जनपद पंचायत छैगॉवमाखन की ग्राम पंचायत अहमदपुर खैगांव का है। सरपंच एवं सचिव ने पंच परमेश्वर योजना के अंतगर्त किए गए निर्माण कार्य सीसी सडक एवं पक्की नाली निर्माण कार्यो में जो लागत मापदंड के अनुसार निर्धारित थी, उसको दरकिनार करते हुए ग्राम पंचायत सचिव एवं सरपंच ने लागत से अधिक निर्माण कार्यो पर शासकीय धनराशि को खर्च किया है। जबकि पंच परमेश्वर योजना में विकास आयुक्त कार्यालय ने तकनीकी मानक तय करते हुए सीसी सडक निर्माण के लिए मानक लागत 800 रूपये प्रति वर्ग मीटर और पक्की नाली निर्माण की मानक लागत 550 रूपये प्रति वर्ग मीटर निर्धारित की थी। इस आधार पर डीपीआर में निर्माण कार्य की लागत निर्धारित की जाती है। पंच परमेष्वर योजना के तहत निर्माण लागत में 70:30 का अनुपात भी निर्धारित था। सीसी सडके एवं पक्की नाली की लागत 15 लाख तक के निर्माण कार्य के लिए सरपंच सचिव स्वयं डीपीआर तैयार कर निर्माण शुरू कर सकते है। निर्माण कार्यो में ठेका पद्वति लागू नहीं होगी। 15 लाख से अधिक के निर्माण कार्य संभवतः ठेका पद्वति लागू हो सकती है लेकिन इसका निर्णय उच्चस्तर पर लेना होगा। अपर मुख्य सचिव ने डीपीआर संबंधित समस्त कार्यवाही  को पंचायत दर्पण पोर्टल पर दर्ज करने तथा कार्य की प्रगति एवं राशि के उपयोग की गणना भी पंचायत पोर्टल के माध्यम से की जायेगी।
  पंचायत दर्पण पोर्टल के माध्यम से अहमदपुर पंचायत में सीसी रोड एवं नाली निर्माण कार्यो की जानकारी   निकालने से ज्ञात  हुआ की यहां पर अपर मुख्य सचिव, तत्कालीन राधेश्याम जुलानिया के आदेशो को दरकिनार करते हुए अपात्र लोगों को सर्विस प्रोवाईडर बनाकर शासकीय धन की हेराफेरी में कोई कसर नहीं छोडी गई। जिन लोगों के बैंक खातों में ग्राम पंचायत के कर्ताधर्ताओं ने राशि जमा की है, और जिनके बैंक खातों में शासकीय धन वर्षा हुई है। उन पर भी कार्यवाही होना चाहिए क्योंकि शासकीय धन की लूट में कही ना कही उनकी भी हिस्सेदारी रही है इसलिए कार्यवाही होना जरूरी है। 
 निर्माण कार्यो में लागत से अधिक खर्च करने के कारण ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव ने निर्धारित लागत से 5लाख 70 हजार अधिक खर्च किए है जो शासकीय वसूली के तौर पर सरपंच एवं सचिव से वसूली होना चाहिए जिन निर्माण कार्यो में अधिक राशि खर्च की गई है उसमें सीसी रोड सह नाली निर्माण, कूप निर्माण,शाला की बाउंड्रीवाल का निर्माण शामिल है। 
:- सीसी रोड निर्माण चुन्नीलाल के घर से शशी के घर तक निर्माण कार्य की लागत 1 लाख 50 हजार थी जिसमें 1लाख 52 हजार 968 रूपये खर्च किए गए।
:- सीसी रोड निर्माण मुकेश के घर से रामचंद्र के घर तक मूल लागत 1 लाख 94 हजार थी लेकिन निर्धारित लागत से अधिक 2 लाख 23 हजार 300 रूपये खर्च किए गए।
- सीसी रोड नथू मालवीया के मकान से नंदाजी के घर तरफ मूल लागत 94 हजार थी लेकिन इस कार्य में 137300 रूपये खर्च किए गए।
:- सीसी रोड रामजी भाई के घर से रामचंद्र के घर तरफ निर्माण की लागत 2 लाख 16 हजार थी लेकिन इसमें मूल खर्चा 276699 रूपये खर्च किए गए।
-  सीसी सडक निर्माण अन्नुकहार के मकान से स्कूल भवन की ओर निर्धारित राशि 9 लाख 10 हजार थी लेकिन निर्माण कार्य पर नियमों के  विपरीत 999745 रूपये खर्च किए गए। 
- सीसी रोड निर्माण कार्य सावित्री बाई नत्थु के मकान से सोसायटी की तरफ निर्माण कार्य की लागत 8 लाख 58 हजार निर्धारित थी लेकिन नियमों के विपरीत निर्माण कार्य में धन खर्च किया गया जिसमें 912541 रूपये खर्च किए गए है। 


ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा शासन की निर्धारित गाईड लाईन से हटकर निर्माण कार्य की मूल लागत से लगभग साढे पॉच लाख रूपये से अधिक की धनराशि खर्च की है। ऐसे निर्माण कार्य जिनपर  मूल लागत से अधिक खर्च हुआ वह डेढ दर्जन के लगभग है। जनपद सीईओ को संज्ञान लेते हुए अहमदपुर खैगांव में हुए निर्माण कार्यो में गुणवता की जांच एवं मूल दस्तावेजों से खर्च की गई धनराशि की जांच करवाना चाहिए। क्योंकि वर्तमान सचिव को ग्राम पंचायत कार्यालय का रिकार्ड भी चार्ज में नहीं दिया गया जिस कारण सूचना का अधिकार में आवेदक द्वारा मांगी गई जानकारी उपलब्ध नही हो पाई। जिस कारण आवेदक ने जनपद छैगांवमाखन में प्रथम अपील भी की है। वर्तमान सचिव से निर्माण कार्यो में मूल लागत से अधिक धनराषि खर्च होने और रिकवरी की बात पर उन्होने अनभिज्ञता जाहिर की क्योंकि ग्राम पंचायत का रिकार्ड अभी उन्हे प्राप्त नही हुआ है। ऐसी स्थिति में जनपद छैगांवमाखन को अधिक खर्च हुई धनराशि की वसूली ग्राम सरपंच एवं तत्कालीन सचिव से करना चाहिए।